मिलिए, हिमाचल के इन 3 शिक्षकों से जिन्हें मिलेगा राष्ट्रीय पुरस्कार, रोचक है हर एक की कहानी

हिमाचल रेडर न्यूज़ नेटवर्क। हिमाचल से इस बार तीन शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित किए गए हैं। इन्हें 5 सितंबर को सम्मानित किया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी सूची में हिमाचल से युद्धवीर टंडन, वीरेंद्र कुमार और अमित कुमार का नाम शामिल है। आइए जानते है इनकी कहानी

वीरेंद्र कुमार-शिक्षक वीरेंद्र कुमार शिमला के सुन्नी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धरोगड़ा में तैनात हैं। यह प्रशिक्षित कला स्नातक शिक्षक हैं। वीरेंद्र कुमार लेखन कार्य भी करते हैं। कई पाठ्यपुस्तकों को भी ये लिख चुके है।


बच्चों की लिखावट को आकर्षक बनाने के लिए भी वीरेंद्र विशेष प्रयास कर रहे हैं। वर्ष 2015 में इन्हें राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। गतिविधि आधारित शिक्षण में सभी बच्चे बेहतर करने का प्रयास करते हैं।

युद्धवीर सिंह-सरकारी स्कूल में बच्चों की घटती संख्या को देखते हुए जिला चंबा के युद्धवीर ने नया फार्मूला अपनाया और स्कूल में पढ़ाई शुरू की। बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाने लगे। नतीजा यह निकला कि जिस स्कूल में बच्चों की संख्या पांच से सात रह गई थी, वहां अचानक संख्या तीन से चार गुना तक बढ़ गई।

युद्धवीर अब अनोगा स्कूल में तैनात हैं। वह स्कूल के प्रभारी हैं। स्कूल को एक आदर्श विद्यालय का दर्जा भी दिलवाया। युद्धवीर मानते हैं कि संघर्ष जितना बड़ा होता है, सफलता भी उतनी ही शानदार मिलती है।

अमित कुमार-जेएनवी ठियोग के कंप्यूटर शिक्षक अमित कुमार को सहयोगपूर्ण और खोज आधारित शिक्षा देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार दिया जाएगा। वह पाठ्यक्रम एवं विषय- शिक्षण प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने के लिए नवीन एकीकृत प्रौद्योगिकी का उपयोग कर विद्यार्थियों में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के प्रति जिज्ञासा उत्पन्न करने में प्रयासरत रहते हैं।

कंप्यूटर विषय शिक्षण में परिपक्व अमित प्रदेश में राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) एवं स्पोकन टुटोरिअल, आईआईटी बॉम्बे के संसाधक ने रूप में भी योगदान दे रहे हैं। गत वर्ष संयुक्त राज्य अमेरिका सरकार ने अंतरराष्ट्रीय शिक्षकों के लिए शिक्षण कार्यक्रम में फुलब्राइट प्रतिष्ठित पुरस्कार 2020-21 से भी सम्मानित किया जा चुका है।

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