हिमाचल रेडर टीम, शिमला। हिमाचल विधानसभा के चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे वैसे राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज होने लगी है।
हॉट सीट मानी जाने वाली शिमला शहर विधानसभा के लिए भी कांग्रेस और भाजपा दोनों दल माथापच्ची कर रहे हैं। भाजपा की बात करें तो यहां टिकट को लेकर इस बार काफी रोचक जंग होने वाली है।
पार्टी की ओर से इस विधानसभा क्षेत्र में तीन बार के विधायक एवं वर्तमान शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज तो बड़ा चेहरा है ही, लेकिन अब तीन नए चेहरे भी इस दौड़ में शामिल हो गए हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो शिमला नगर निगम की पूर्व महापौर कुसुम सदरेट का नाम टिकट की दौड़ में काफी आगे हैं। पार्टी यदि किसी महिला उम्मीदवार पर दांव खेलती है तो उसमें कुसुम का नाम नंबर एक पर रहने वाला है।
शिमला शहर के लिए पूर्व महापौर कुसुम एक जाना पहचाना चेहरा भी है। हालांकि भारद्वाज गुट से उनकी दूरियां किसी से छिपी भी नहीं है।
ऐसे में अब चर्चा है कि भारद्वाज गुट की ओर से बैनमोर वार्ड से पार्षद किमी सूद को भी दावेदार बनाया जा सकता है। किमी सूद की सक्रियता भी पिछले कुछ दिनों से बढ़ गई है।
हालांकि टिकट की रेस उनके लिए भी आसान नहीं रहने वाली है। पार्टी के पास एक और चेहरे का भी विकल्प है।
यह तीसरा चेहरा दिग्विजय चौहान के रूप में मिल सकता है। दिग्विजय चौहान वर्तमान में पेयजल कंपनी के स्वतंत्र निदेशक हैं। उनकी साफ छवि और पहचान को देखते हुए पार्टी उन्हें दावेदार बना सकती है। उनका राजनीतिक इतिहास भी उनके पक्ष में जा रहा है।
हालांकि, अभी किसी इनमें से किसी भी उम्मीदवार के नाम पर फैसला नहीं हुआ है। लेकिन अगले 1 महीने में यह तय हो जाएगा कि शिमला शहर विधानसभा सीट से भाजपा वर्तमान विधायक पर दांव खेलती है या फिर किसी नए चेहरे को मैदान में उतारती है।
यदि नए चेहरे उतारने पर फैसला हुआ तो इन तीन में से किसी की भी लॉटरी लग सकती है।