हिमाचल रेडर न्यूज़ नेटवर्क। राजधानी शिमला में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। यहां अब पार्टी के एक नेता ने मोर्चा खोल दिया है।
शहर के शांति विहार वार्ड से पार्षद रहे महेंद्र चौहान ने पार्टी के सर्वे पर ही सवाल उठा दिए हैं। रविवार को प्रेस वार्ता के दौरान महेंद्र चौहान ने कहा कि शिमला में उम्मीदवारी तय करने के लिए पार्टी की ओर से कोई सर्वे नहीं किया गया है।
यदि सर्वे होता तो उनकी दावेदारी पहले नंबर पर होती। शिमला शहर में उनका अपना एक रुतबा है और इस हिसाब से उन्हें दावेदारों में जगह मिलनी चाहिए थी।
वह पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता रहे हैं। लेकिन सर्वे में उन्हें जगह नहीं दी है। कहा कि वह भाजपा में नहीं जा रहे हैं। लेकिन यदि पार्टी की ओर से उनकी अनदेखी की गई तो जल्द ही वह अपनी अगली रणनीति बनाएंगे।
गौरतलब है कि शिमला में 40 से ज्यादा उम्मीदवारों ने पार्टी टिकट के लिए दावेदारी जताई है। हालांकि प्रदेश पार्टी पदाधिकारियों ने इसमें से 7 से 8 नाम ही आलाकमान की मंजूरी के लिए भेजे हैं।
इनमें महेंद्र चौहान का नाम शामिल नहीं है। अब देखना है कि किस तरह से पार्टी राजधानी में नेताओं की बगावती सुरों को थाम पाती है।