हिमाचल रेडर न्यूज़ नेटवर्क। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में माथापच्ची जारी है। बताया जा रहा है कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद प्रदेश से 4 महिला नेत्री के टिकट लगभग फाइनल कर दिए गए हैं।
इनमें आशा कुमारी समेत मंडी सदर से चंपा ठाकुर, पच्छाद से दयाल प्यारी और ठियोग से इंदु वर्मा का नाम तय माना जा रहा है। हालांकि कांगड़ा और शिमला में टिकट आवंटन को लेकर घमासान मच गया है।
शिमला शहरी सीट को लेकर अभी भी पार्टी उम्मीदवार का नाम तय नहीं कर पाई है। यहां दो से तीन बार सर्वे करवाए जा चुके हैं। अब एक और बार सर्वे करवाने की तैयारी है।
शिमला शहरी सीट से 40 से ज्यादा दावेदारों ने कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया है। हालांकि इनमें से छह नामों पर ही अभी सर्वे करवाया जा रहा है।
उधर बुधवार रात तक चली कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद कांगड़ा में सियासी घमासान मच गया है। पूर्व विधायकों सहित कुछ वरिष्ठ नेताओं को टिकट देने की खिलाफत से कई नेताओं में नाराजगी बढ़ गई है।
गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की अगुवाई में इन रुष्ट नेताओं ने प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात की।
गुरुवार दोपहर बाद नई दिल्ली में कांगड़ा के कांग्रेस नेताओं चंद्रकुमार, यादवेंद्र गोमा, केवल सिंह पठानिया, सुधीर शर्मा और जगजीवन पाल ने प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात की।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार को हुई बैठक के दौरान जिला के कुछ पुराने नेताओं को जिताऊ उम्मीदवार नहीं बताते हुए इनकी जगह नए लोगों को पार्टी में शामिल करने की वकालत की गई है।
ऐसे लोगों को पार्टी में शामिल करने को कहा गया, जिन्होंने अभी तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। बुधवार देर रात को स्क्रीनिंग कमेटी की यह बातें बाहर आने पर कांगड़ा जिला के कांग्रेस नेताओं में खलबली मच गई।
वीरवार दोपहर बाद दिल्ली पहुंच कर इन नेताओं ने सबसे बड़े जिला कांगड़ा में गुटबाजी थामने को किसी के भी चहेतों को टिकट न देने की वकालत की। नए लोगों को पार्टी में शामिल कर प्रत्याशी बनाने की कवायद को लेकर भी कड़ा विरोध जताया।