हिमाचल रेडर टीम, शिमला।
मई के महीने में लू और गर्मी से जूझ रहे हिमाचल में मौसम का मिजाज इस तरह बदला कि पिछले 60 साल का रिकॉर्ड ही टूट गया। मंगलवार को प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी हुई तो निचले इलाकों में भारी बारिश ने लोगों को गर्मी और सूखे से राहत दिलाई।
प्रदेश की चूड़धार चोटी पर 60 साल में पहली बार मई के महीने में हिमपात हुआ है। रोहतांग और कुल्लू के ऊंचाई वाले इलाकों में भी दो दिन से बर्फ गिर रही है। कुल्लू के साथ लाहौल घाटी में भारी बारिश के साथ बर्फबारी हो रही है।
प्रदेश में मनाली-लेह हाईवे-3 मनाली से दारचा तक यातायात के लिए बहाल है। लेकिन दारचा से आगे वाहनों की आवाजाही बंद है।
चंबा के पांगी को जोड़ने वाला सड़क दो दिनों से बंद है। यह मार्ग भूस्खलन के कारण और पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण बंद है। निगम ने भी केलांग-लेह के साथ कुल्लू से काजा बस को बंद कर दिया है।
राजधानी शिमला और सोलन में भी मंगलवार को दिन भर बारिश जारी रही। इससे सूखे पड़े नालों में फिर पानी बहने लगा है। किसानों ने सूखे से राहत ली है तो आम लोगों ने गर्मी से निजात पाई है।
अगले दो दिन यानि बुधवार और वीरवार को भी मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि, अब हल्की बारिश की ही संभावना है।