हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। भारत के पहले मतदाता श्याम सरण नेगी का शनिवार तड़के निधन हो गया है। वे 106 वर्ष के थे। स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता नेगी ने बुधवार को ही कल्पा में अपने घर से पहली बार बैलेट पेपर से विधानसभा चुनाव के लिए मतदान किया था।
वे हर बार चुनाव में वोट डालते थे और युवाओं को भी प्रेरित करते थे। पीएम मोदी ने भी देश के सबसे उम्रदराज मतदाता नेगी की प्रशंसा की है। नेगी ने मतदान केंद्र में जाकर मतदान का फैसला लिया था लेकिन लेकिन स्वास्थ्य ठीक न होने के चलते घर से ही वोट डालना पड़ा।
34 बार मतदान करने वाले नेगी ने पहली बार बुधवार को डाक मतपत्र के माध्यम से वोट डाला। जुलाई 1917 में जन्मे नेगी ने 1951 से लेकर अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव में मतदान किया है।
2014 से हिमाचल के चुनाव आइकन भी हैं। नेगी ने 1951 से हर चुनाव में मतदान किया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने भी शतायु वोटर श्याम सरन नेगी को मतदान करने पर बधाई दी।
जिला निर्वाचन अधिकारी आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि नेगी को उनके घर के प्रांगण में बने डाक बूथ तक लाने के लिए रेड कारपेट बिछाया गया था। मतदान के बाद उनके वोट को एक लिफाफे में बंद कर मतपेटी में डाल दिया गया।