
हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। कहते हैं पंखों से नहीं बल्कि हौंसलों से उड़ान होती है। यह कहावत सच कर दिखाई है मुस्कान ने। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के संगीत विभाग से पीएचडी कर रहीं सौ फीसदी दृष्टि बाधित छात्रा मुस्कान अब कॉलेज छात्रों को म्यूजिक पढ़ाएंगी।
लोक सेवा आयोग की ओर से घोषित परिणाम में मुस्कान का चयन आचार्य संगीत गायन के पद पर हुआ है। वह सहायक प्रोफेसर के पद पर सेवाएं देंगी।
गायन में नाम कमा चुकीं मुस्कान हिमाचल चुनाव आयोग की यूथ आइकॉन ब्रांड एंबेसडर रही हैं अपने गीत संगीत के माध्यम से युवाओं को लोकतंत्र की चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा बनकर मतदान के लिए लोगों व युवाओं को जागरूक करती रही हैं।
मुस्कान नेगी ने आरकेएमवी से पढ़ाई पूरी की। इसके बाद प्रदेश विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रही हैं। मुस्कान जिला शिमला के दुर्गम क्षेत्र चिड़गांव की रहने वाली हैं।
तमाम मुश्किलों के बावजूद मुस्कान ने जेआरएफ पास किया है। मुस्कान ने कहा कि जीवन में लक्ष्य तय कर तमाम मुश्किलों का साहस के साथ मुकाबला कर मेहनत जारी रखनी चाहिए। मुस्कान सुरीली आवाज के बूते अलग पहचान बना चुकी हैं। अमेरिका तक आवाज का जादू बिखेर चुकी हैं।
वह गायन की कई स्पर्धाओं उड़ान आइडल, गोल्डन वॉयस अवार्ड, रफी नाइट अवार्ड में हिस्सा ले चुकी हैं। मुस्कान के पिता जय सिंह और माता अंबिका देवी ने कहा कि उनकी बेटी ने दृष्टिबाधित होने के बावजूद उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सफलता हासिल की है। इससे अन्य दिव्यांग बच्चों को भी प्रेरणा मिलेगी।
मुस्कान उमंग फाउंडेशन की सक्रिय सदस्य रही हैं। लगातार दिव्यांग, जरूरतमंदों की मदद के लिए कार्य करती रही हैं। उमंग फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने मुस्कान के सहायक आचार्य बनने पर खुशी जताई है।