हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। राजधानी शिमला में नगर निगम चुनाव के बाद अब महापौर और उप महापौर बनाने के लिए लाबिंग का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस ने 24 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। ऐसे में पार्टी ही महापौर और उपमहापौर पर फैसला लेगी।
हालांकि, पार्टी के लिए यह आसान नहीं रहने वाला है। यहां पांच बड़े दावेदारों ने इन पदों के लिए अपना दावा ठोक दिया है। इनमें सबसे आगे छोटा शिमला से कांग्रेस पार्षद सुरेंद्र चौहान हैं। सुरेंद्र के लिए मुख्यमंत्री की ओर से भी महापौर बनाने के संकेत आ चुके है। हालंाकि, स्पष्ट तौर पर उनकी ताजपोशी को लेकर अभी फैसला नहीं आया है।
इस सूची में नरेंद्र ठाकुर भी आगे है। नरेंद्र भटठाकुफर से पार्षद हैं और दूसरा चुनाव जीतकर सदन में पहुंचे है। वह मंत्री अनिरूद्ध सिंह के करीबी है। लगातार तीसरी जीत हासिल करने वाले सांगटी से पार्षद कुलदीप ठाकुर भी प्रबल दावेदार है।
कुलदीप ने तो मंत्री के सामने अपनी वरिष्ठता के आधार पर दावेदारी भी पेश कर दी है। महिला दावेदार भी पीछे नहीं है। सबसे वरिष्ठ और तीन चुनाव जीतने वाली उमा का कहना है कि सदन में महिला पार्षद ज्यादा है। इसके अलावा वह सबसे सीनियर भी है। उन्हें भी बड़े पद के लिए रेस में समझा जाना चाहिए।
रामबाजार से पार्षद सुषमा कुठियाला भी तीन चुनाव जीतने के बाद इस बार पार्टी के सामने मेयर या डिप्टी मेयर बनाने के लिए दावा पेश करने जा रही है। हालांकि मुख्यमंत्री अभी शिमला में नहीं है और उनके आने के बाद ही मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा।