हिमाचल रेडर न्यूज़ नेटवर्क। पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार में छह मुख्य संसदीय सचिव बनाए गए हैं।
ये इसलिए बनाए गए हैं कि ये कहीं भाग न जाएं। क्या इससे खर्च नहीं होगा। पहले भी कांग्रेस ने नौ सीपीएस बनाए थे।
असम सरकार ने सीपीएस और पीएस के लिए जो एक्ट बनाया था। गुवाहाटी के हाईकोर्ट ने पूछा था कि क्या विधानसभा को इसे बनाने का अधिकार है।
मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह उस स्पिरिट के खिलाफ है, जहां मंत्रिमंडल के सदस्यों की संख्या निर्धारित है।
मणिपुर में 2021 में भी सुप्रीम कोर्ट गए थे। वहां भी सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया। दिल्ली राज्य ने 21 सीपीएस बनाए थे।
बाद में ये सब के सब विदड्रा हो गए थे। हमारी सरकार के सामने भी यह विषय आया था कि यह किया पर हमने नैतिकता के आधार पर ऐसा नहीं किया।
बोले कि मुख्यमंत्री के बराबर के उप मुख्यमंत्री हैं, वह खुद को मुख्यमंत्री से कम नहीं मानते। वह सार्वजनिक मंच से कह रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री का एक पत्र वायरल हो रहा है। उन्होंने पत्र में कहा कि यह जनादेश एक व्यक्ति के लिए नहीं, जॉइंट लीडरशिप में है।
इसमें वर्तमान में मुख्यमंत्री के काम करने के तरीक़े के खिलाफ बात की है। तीन लोगों के नाम भी मंत्री बनाने को भेजे हैं। यह भी ज़िक्र किया है कि प्रदेश में वर्तमान परिस्थिति का उन्हें दुख है।