हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। राजधानी में भाजपा के भीतर बड़ी बगावत होती नजर आ रही है। यहां से पार्टी ने स्थानीय विधायक एवं शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज का टिकट बदलकर उन्हें कसुम्पटी से चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया है।
उधर, भारद्वाज समर्थक पार्टी के इस फैसले के खिलाफ हो गए है। इनका कहना है कि पांच साल तक शिमला शहर में मंत्री ने काम में कोई कसर नहीं छोड़ी, अब ऐन मौके पर उनका टिकट बदल दिया। शिमला शहर की जनता उन्हें इस सीट से चुनाव जीतते देखना चाहती है।
सुबह से ही भारद्वाज के निवास पर शिमला भाजपा मंडल के कई पदाधिकारी, पूर्व मेयर सत्या कौंडल समेत कई पार्षद पहुंच गए थे। दोपहर के समय सबने एक कागज पर लिखित में दे दिया कि उन्हें टिकट बदले जाने से ऐतराज है।
ये सभी पार्टी में अपने पदों इस्तीफा दे रहे है। हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर इनके इस्तीफे पार्टी के पास नहीं पहुंचे है। लेकिन ये शिमला शहर के अलावा कसुम्पटी में जाने को तैयार नहीं है।
इनका कहना है कि जिताउ प्रत्याशी को पार्टी ने शहर से बाहर कर दिया है। शिमला नगर निगम में भारद्वाज गुट के ही सबसे ज्यादा पार्षद थे।
मंत्री के कई समर्थकों ने सोशल मीडिया में भी मोर्चा खोल दिया है। इनका कहना है कि पार्टी को टिकट बदलना होगा, नहीं तो शिमला शहर में बगावत होना तय है।
भारद्वाज शिमला शहर से लगातार तीन चुनाव जीते है। इस बार भी कई बड़े प्रोजेक्टों को धरातल पर उतारने वाले सुरेश भारद्वाज इसी सीट से प्रबल दावेदार थे।
गौरतलब है कि शिमला शहर सीट से पार्टी ने संजय सूद को प्रत्याशी बनाया है। इनके साथ भी पूर्व मेयर समेत कई पार्षद पार्टी कार्यालय पहुंच गए है। ये चुनाव प्रचार की तैयारियां कर रहे है।