हिमाचल रेडर न्यूज़ नेटवर्क। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे हर्ष महाजन भाजपा में शामिल होने के बाद जिला चंबा में उथल-पुथल मचाने का मादा रखते हैं, इसके रुझान आने में भी शुरू हो गए हैं। एक के बाद एक कांग्रेस से लोग इस्तीफे दे रहे हैं। कांग्रेस के नेता हर्ष महाजन के समर्थन में त्यागपत्र देने की बात कर रहे हैं। इनमें राशिद खान, महिंद्र हांडा, विनीत विज और राज सिंह ठाकुर सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हैं।
भाजपा में शामिल होने के बाद हर्ष महाजन अब तक दिल्ली में ही है। भाजपा की ओर से उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाने वाली है, इस पर सबकी नजरें हैं। सूत्र बताते हैं कि सबसे पहले वह शिमला आएंगे। इसके बाद चंबा जाएंगे और वहां पर पांचों विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे। इन सभी विधानसभा क्षेत्रों में हर्ष महाजन की अच्छी पकड़ है। बताया जा रहा है कि उनके चंबा पहुंचने के बाद कांग्रेस से इस्तीफों की झड़ी लग सकती है। हर्ष महाजन कांग्रेस में चुनाव रणनीतिकार के तौर पर जाने जाते हैं। दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के चुनाव में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही थी।
अर्की विधानसभा के अलावा विक्रमादित्य सिंह की शिमला ग्रामीण सीट का चुनाव प्रबंधन भी हर्ष महाजन ने ही देखा था। इनका बीजेपी में जाने से कांग्रेस को नुकसान हुआ है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में जिला चंबा में हर्ष महाजन का कितना जादू चल पाता है। कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा की निगाहें भी इस पर टिकी है।
हालांकि कांग्रेस के नेता बार-बार बयान जारी कर संदेश दे रहे हैं कि पार्टी को हर्ष महाजन के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन राजनीति के जानकर और कांग्रेस जानती है कि उन्होंने पार्टी में चाणक्य की भूमिका में रहने वाले महत्वपूर्ण रणनीतिकार को खोया है, जिसका नुकसान पार्टी को उठाना होगा। हर्ष महाजन अगर कांग्रेस में होते तो बिखराव के इस दौर में पार्टी को जोड़ने के लिए अहम रोल निभा सकते थे लेकिन अब वह बीजेपी के लिए मिशन रिपीट में हुकम का इक्का साबित हो सकते हैं।