
हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। शिमला में फर्जी डिग्री तैयार पर नौकरी हासिल करने का एक सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। मंडी के सरकाघाट के निवासी मनीष कुमार ने यह कारनामा किया है।
पुलिस के मुताबिक डाक विभाग ने शिमला पोस्टल डिवीजन के तहत देवनगर शाखा में ग्रामीण डाक सेवक शाखा पोस्टमास्टर के चयन के लिए उम्मीदवारों के आवेदन आमंत्रित किए थे।
इसमें मनीष कुमार का चयन योग्यता के आधार पर किया गया था। प्रमाणपत्रों को देखने के बाद 09 सितंबर 2022 को विभाग में कार्यभार ग्रहण किया।
इस दौरान उसका मैट्रिक का प्रमाण पत्र सत्यता की जांच के लिए निदेशक झारखंड एकेडमिक काउंसिल ज्ञानदीप कैंपस को भेजा गया था जो फर्जी पाया गया।
डाकघर शिमला के अधीक्षक विकास नेगी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। फिलहाल युवक को सस्पेंड कर दिया है।