
हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। हिमाचल में मानसून की दस्तक के साथ ही भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है। मूसलाधार बारिश से प्रदेश के कई जिलों में भारी नुकसान हुआ है।
शिमला के संजौली, कृष्णानगर, बसस्टैंड, मज्याठ में सड़क किनारे पार्क इन गाड़ियों के उपर मलबा या पत्थर गिरे है। करीब 40 गाड़ियों को नुकसान की सूचना है। हालांकि आधिकारिक तौर पर सिर्फ 8 गाड़ियों को नुकसान हुआ है।
शिमला में कई रास्ते और सड़कें बंद है। बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। परियोजनाओं में गाद आने से शिमला शहर के लिए गिरी से पेयजल आपूर्ति बंद हो गई है।

भारी बारिश के कारण राजगढ़ नाहन रोड पर नेहर बाग के पास पंजाब रोडवेज की बस हवा में लटक गई। सभी यात्री सुरक्षित हैं। परवाणू शिमला एनएच पर जगह.जगह पत्थर व मलबा गिरने से परवाणू से धर्मपुर तक कई जगह ट्रैफिक वन.वे किया गया है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मंडी में हुई है। यहां कटौला में 163 मिमी बारिश दर्ज की गई है। शिमला शहर में भी 100 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 25 और 26 जून को प्रदेश में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

उधर, मंडी की डैहर उपतहसील की ग्राम पंचायत सलापड़ कालोनी के सीयू गांव का 80 वर्षीय बुजुर्ग सौजू राम अपनी 18 बकरियों को लेकर बीबीएमबी पावर हाउस सलापड़ के समीप चरा रहा था।
अचानक सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ने से बुजुर्ग व 18 बकरियां पानी के तेज बहाव बह गई हैं। लापता वृद्ध की तलाश हेतु सर्च अभियान जारी है।