हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। जन्म से आखों से नहीं देख पाने वाली बेटी की मेहनत रंग लाई। उसने अपने सपनों को न सिर्फ पूरा किया है बल्कि परिवार और गांव के लोगों को भी अब खुश होने का मौका दे दिया है।
मंडी के सदर क्षेत्र की तरनोह पंचायत की प्रतिभा ठाकुर का चयन राजनीतिक विज्ञान की अस्सिटेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है। वह प्रदेश विश्वविद्यालय में राजनीतिक विज्ञान विषय पर पीएचडी कर रही हैं।
पिता खेम चंद शास्त्री बताते हैं कि प्रतिभा का बचपन में बहुत इलाज करवाया मगर आंखों की रोशनी नहीं लौट सकी। स्कूल जाने की जिद्द की तो पूरा परिवार सोचने के लिए मजबूर हो गया। स्कूल भेजें तो कैसे।
घर में ही पढ़ाने की व्यवस्था की गई और पांचवीं कक्षा की परीक्षा स्थानीय स्कूल नेरन में दिलवाई। इसमें अच्छे अंकों के साथ पास हो गईं। इसके बाद उसे छठी कक्षा में दाखिल करवाया तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
प्रतिभा ने बरयारा स्कूल से जमा दो, मंडी कॉलेज से बीए, एमए, बीएड और एमएड प्रथम श्रेणी में पास की। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 2020 में प्रतिभा का चयन पीएचडी राजनीतिक शास्त्र के लिए हुआ।
खेमचंद शास्त्री ने बताया कि प्रतिभा की बचपन से ही शिक्षा के क्षेत्र में सेवाएं देने की इच्छा थी। प्रतिभा दिव्यांगता को अपनी राह का रोड़ा नहीं मानती हैं।