पूर्व प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान राज्य पर कर्ज का आंकड़ा लगभग 75000 करोड़ रुपये छूने के बावजूद इसे कम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जायेंगे। राज्य सरकार, राजस्व के संसाधन बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनेक ऐतिहासिक निर्णय वर्तमान सरकार के कार्यकाल में लिए जा रहे हैं।
यह बात मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा जिला के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के फतेहपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने राज्य में जलविद्युत क्षमता को आर्थिक मजबूती के लिए वरदान बताते हुए कहा कि यह मुद्दा केंद्र सरकार के समक्ष उठाया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने ऋणमुक्त जल विद्युत परियोजनाओं से रॉयल्टी का हिस्सा 30 से 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा जिसमें पौंग बांध क्षेत्र को भी शामिल किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा अधोसंरचना विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि पौंग बांध क्षेत्र आगामी चार वर्षों में पर्यटकों के लिए आकर्षण का बेहतरीन केन्द्र बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले के ढ़गवार में 250 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय दुग्ध संयंत्र स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने युवाओं को इलेक्ट्रिक टैक्सी खरीदने के लिए सब्सिडी देने का भी निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने पुलिस चौकी रैहन को थाने में स्तरोन्नत करने और फतेहपुर क्षेत्र में स्विमिंग पूल सुविधायुक्त इंडोर स्टेडियम खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने फतेहपुर क्षेत्र में पांच करोड़ रुपये की लागत से 300 कनाल भूमि में अत्याधुनिक गौ-अभ्यारण्य खोलने की घोषणा की।
कहा कि इस वर्ष नवंबर माह के बाद फतेहपुर में बस अड्डे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने फतेहपुर क्षेत्र में राजीव गांधी राजकीय मॉडल डे-बोर्डिंग खोलने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने 2.98 करोड़ रुपये की लागत से डडवाला-सकरी सड़क में सकरी खड्ड पर 51.85 मीटर लम्बे डबल लेन पुल का उद्घाटन किया। यह पुल रैहन, सकरी, छतर खास, छतर जोगियां, गोलवां, बतराहां, चमोली, पंजरोर तथा बारी गांव के लगभग 8500 लोगों को सुविधा प्रदान करेगा।
उन्होंने फतेहपुर तहसील के अन्तर्गत 26 पंचायतों के निवासियों के लिए दो कार्यशील घरेलू नल कनेक्शन योजनाएं भी समर्पित कीं। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत इन योजनाओं पर 40.35 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। इन योजनओं के तहत 290 बस्तियां कवर कर 61 हजार से अधिक लोगों को पेयजल की सुविधा प्रदान की गई है।
इससे पहले, मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए फतेहपुर के विधायक भवानी सिंह पठानिया ने प्रतिकूल मौसम के बावजूद फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र का दौरा करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव ही फतेहपुर के समग्र विकास को प्राथमिकता प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच प्रदेश को खुशहाली के पथ पर अग्रसर करेगी और प्रदेश आगामी 10 वर्षों में देश का सम्पन्न राज्य बनेगा। उन्होंने पौंग डैम क्षेत्र को पर्यटन गतिविधियों के हब के रूप में विकसित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि इस निर्णय से क्षेत्र के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। अवैध खनन तथा नशाखोरी पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने पुलिस चौकी रैहन को पुलिस स्टेशन में स्तरोन्नत करने की मांग की। उन्होंने फतेहपुर क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए सर्वेक्षण करवाने तथा क्षेत्र में पर्याप्त दुग्ध उत्पादन की दृष्टि से दुग्ध शीत संयंत्र स्थापित करने की मांग भी की।
कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार, मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल तथा किशोरी लाल, विधायक मलेन्द्र राजन, केवल सिंह पठानिया, नीरज नैयर, कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष विशाल चम्बयाल, पूर्व विधायक अजय महाजन, उपायुक्त डॉ. निपुण जिन्दल तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।