इस विभाग को नहीं ओपीएस, काटा एनपीएस शेयर, वंचित रह गए हजारों कर्मचारी

हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। हिमाचल में बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन बहाल नहीं होने पर कर्मचारी भड़क गए हैं। 25 मई को बोर्ड मुख्यालय कुमार हाउस शिमला में प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

सचिवालय में हुई सर्विस कमेटी की बैठक में पुरानी पेंशन बहाली के प्रस्ताव को शामिल नहीं करने पर कर्मचारी यूनियन ने बोर्ड प्रबंधन पर मनमानी करने के आरोप लगाए हैं।

यूनियन पदाधिकारियों ने कहा कि अफसरशाही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के फैसले पर अमल नहीं कर रही है। उन्होंने मई के वेतन में भी एनपीएस शेयर कटने का विरोध किया है।

बोर्ड की कर्मचारी यूनियन और तकनीकी कर्मचारी संघ ने जल्द ओपीएस बहाल नहीं करने पर सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाल नहीं होने से करीब 9000 कर्मचारियों को नुकसान होगा।

पुरानी पेंशन बहाल होने पर रविवार को कर्मचारी यूनियन ने वर्चुअल बैठक कर बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलने की रणनीति बनाई।यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद बोर्ड प्रबंधन मामले में जानबूझकर देरी कर रहा है।

बोर्ड प्रबंधन शनिवार को हुई सर्विस कमेटी की बैठक में बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन को लागू करने का फैसला ले सकता था। ऐसा नहीं होने से कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के सभी उपक्रमों में पुरानी पेंशन को लागू कर दिया गया है। सिर्फ बिजली बोर्ड ही सरकार के फैसले से अभी तक लाभान्वित नहीं हुआ है।

यूनियन के महासचिव हीरालाल वर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड कर्मचारियों के वेतन से न्यू पेंशन का शेयर अप्रैल में कटा है। इस मामले में की जा रही देरी से लगता है कि मई में भी एनपीएस ही कटेगा।

उन्होंने बताया कि बोर्ड के फील्ड कार्यालयों में 25 तारीख से पहले कर्मचारियों का वेतन बनाना शुरू जो जाता है। उन्होंने कहा कि 25 मई से पहले बिजली बोर्ड में पुरानी पेंशन की बहाली के आदेश जारी नहीं हुए तो उग्र आंदोलन के लिए भी कर्मचारी तैयार हैं।

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