
हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। हिमाचल के सिरमौर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद मंगलवार को एक ही परिवार के तीनों लोगों की एकसाथ चिताएं जलीं। पूरा गांव इस हादसे से दुखी है। अंतिम संस्कार में पहुंचे लोगों की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे।
कार हादसे में चार लोगों की मौत के बाद पूरा राजगढ़ इलाका गमगीन है। ये हादसा तीन पंचायतों के लोगों को कभी न भुलाया जाने वाला गम दे गया। इस दुर्घटना में एक दंपती समेत उनकी बेटी और एक अन्य सगे रिश्तेदार की मौत हो गई।
मंगलवार शाम तीन पंचायतों में तीन चिताएं जलीं। राजगढ़ तहसील की पंचायत दाहन के गांव रूग के रहने वाले 63 वर्षीय जीवन सिंह और उनकी 54 वर्षीय पत्नी सुमा देवी की एक चिता बनाई गई। जहां दंपती ने सात फेरों का वचन अंतिम सांस तक निभाया और चिता में भी अंतिम साथ दिया।
बेटी के उपचार के लिए मां बाप चिंतित रहते थे, उन्हें ये पता नहीं था कि लौटते वक्त उनके साथ ऐसी घटना होगी। दंपती के साथ उनकी 25 साल की बेटी रेखा और बेटी के सगे मामा 40 साल के कमलराज के लिए भी ये यात्रा अंतिम यात्रा बन गई।
हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। हिमाचल के सिरमौर में हुए दर्दनाक हादसे के बाद मंगलवार को एक ही परिवार के तीनों लोगों की एकसाथ चिताएं जलीं। पूरा गांव इस हादसे से दुखी है। अंतिम संस्कार में पहुंचे लोगों की आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे।
कार हादसे में चार लोगों की मौत के बाद पूरा राजगढ़ इलाका गमगीन है। ये हादसा तीन पंचायतों के लोगों को कभी न भुलाया जाने वाला गम दे गया। इस दुर्घटना में एक दंपती समेत उनकी बेटी और एक अन्य सगे रिश्तेदार की मौत हो गई।
मंगलवार शाम तीन पंचायतों में तीन चिताएं जलीं। राजगढ़ तहसील की पंचायत दाहन के गांव रूग के रहने वाले 63 वर्षीय जीवन सिंह और उनकी 54 वर्षीय पत्नी सुमा देवी की एक चिता बनाई गई। जहां दंपती ने सात फेरों का वचन अंतिम सांस तक निभाया और चिता में भी अंतिम साथ दिया।
बेटी के उपचार के लिए मां बाप चिंतित रहते थे, उन्हें ये पता नहीं था कि लौटते वक्त उनके साथ ऐसी घटना होगी। दंपती के साथ उनकी 25 साल की बेटी रेखा और बेटी के सगे मामा 40 साल के कमलराज के लिए भी ये यात्रा अंतिम यात्रा बन गई।