
हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। राजधानी में अधिकारियों को प्रशिक्षण देने वाले एक संस्थान में कमरा दिखाने वाले रूम अटेंडेंट को गेस्ट फैकल्टी बना दिया गया।
इस कर्मचारी ने वन विभाग के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया। इस घटना की अब खूब चर्चा है। एक सहकारी सभा में नियुक्त इस अस्थायी कर्मचारी ने जापान की मदद से हिमाचल प्रदेश में लागू जीका परियोजना के तहत जेम पोर्टल के तहत अधिकारियों को ट्रेनिंग दी।
यह संस्थान अधिकारियों से लेकर विभिन्न श्रेणियों के अफसरों को प्रशिक्षण देता है। यह घटना 6 दिसंबर 2022 की है।
इस दिन हुए प्रशिक्षण के दूसरे सत्र में उक्त ग्रेजूएट कर्मचारी की कोर्स निदेशक ने बतौर गेस्ट फैकल्टी तैनाती कर दी जबकि यह कर्मचारी रूम अटेंडेंट स्टोर आदि का काम देखता है।
इसके लिए देय मेहनताना जारी किए जाने की भी चर्चा है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 5 और 6 दिसंबर को आयोजित किया गया।
इसमें खरीद, नोटिंग एवं ड्राफ्टिंग, तनाव प्रबंधन, जेम पोर्टल जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। इसी में जेम पोर्टल पर इस कर्मचारी ने प्रशिक्षण दिया। वहीं, इस कर्मचारी ने बताया कि उसने जेम पोर्टल का केवल प्रैक्टिकल करवाया है।
यह बात सही है कि वह एक सोसायटी के तहत रूम अटेंडेंट लगा हुआ है, पर उसकी तैनाती कोर्स निदेशक ने केवल प्रैक्टिकल करवाने के लिए लगाई है।
वह स्टोर का काम भी देखता है, इसलिए उसे इसका अनुभव है कि जेम पोर्टल के माध्यम से कैसे खरीद होती है। यहां इस तरह की ड्यूटी लगती रहती है।
दूसरी ओर संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि उक्त कर्मचारी जेम पोर्टल का काम देखता है। उसे प्रैक्टिकल देने के लिए बुलाया गया था। कर्मचारी ने केवल यह बताया कि जेम पोर्टल कैसे खुलता है। गेस्ट फेकल्टी लिखने को गलत नहीं समझा जाना चाहिए।
Source-amarujala.com
