हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। हिमाचल का वीर जवान देश की रक्षा के लिए सीमा पर शहीद हो गया है। जिला शिमला के कुपवी की ग्राम पंचायत मझौली के गांव गाँठ के रहने वाले कुलभूषण मांटा की शहादत से पूरा हिमाचल गमगीन हो गया है।
कुलभूषण अपने माता.पिता की इकलौती संतान थे। बताया जा रहा है कि गोली लगने से वह शहीद हो गए है। शहादत की सूचना के बाद कुपवी का प्रशासन उनके घर के लिए रवाना हो गया है। गांव में पंचायत प्रतिनिधि वह अन्य रिश्तेदार भी देर शाम उनके घर पहुंचना शुरू हो गए हैं।
राइफलमैन कुलभूषण मांटा के शहीद होने की सूचना परिवार को प्रशासन से मिली। इसके बाद उनके पिता और छोटी बहन पार्थिव देह को लेने के लिए जम्मू कश्मीर रवाना हो गए हैं। कुलभूषण मांटा के पिता का नाम प्रताप सिंह और माता का नाम दूरमा देवी है।
कुलभूषण की तीन बहनें रेखा, किरण और रजनी हैं। इसमें दो बहनों रेखा और किरण की शादी हो चुकी है और रजनी अभी अविवाहित है। उनकी पत्नी का नाम नीतू कुमारी है और उनका ढाई महीने का पुत्र है।
वह वर्ष 2014 में सेना में भर्ती हुए थे और 26 वर्ष की आयु में उन्होंने जम्मू.कश्मीर के बारामूला में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए राइफलमैन कुलभूषण मांटा ने शहादत हासिल की है।