हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। 15 अगस्त पर हर घर तिरंगा फहराने का अभियान चर्चा में आ गया है। प्रदेश सरकार भी जोरों शोरों से इस अभियान को आम आदमी तक पहुंचाने के लिए मेहनत कर रही है लेकिन केंद्र से जो तिरंगे झंडे की खेप प्रदेश को मिली है, उस पर सवाल खड़े हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार प्रदेश के कई जिलों में पहुंचे झंडे के कपड़े की गुणवत्ता सही नहीं मिली है। कुछ झंडे फटे हुए मिले हैं तो किसी में अशोक चक्र, सिलाई आदि को लेकर शिकायतें मिली है। शिमला जिले में भी ऐसी शिकायतें सामने आई हैं जिसके बाद इस मामले को सरकार के ध्यान में लाया गया है।
उधर, हरकत में आते हुए भाषा कला एवं संस्कृति विभाग ने सभी जिलों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इनमें तिरंगे का वितरण देख परखकर करने को कहा गया है। मीडिया से बातचीत में विभाग के सचिव राकेश कंवर ने बताया कि उपायुक्तों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने अपने जिलों देखने के बाद ही तिरंगे का वितरण करें।
यदि तिरंगे में कोई शिकायत है तो इसका वितरण न किया जाए। विभाग की ओर से इस बारे में केंद्र सरकार को भी सूचित कर दिया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में करीब साढ़े 17 लाख तिरंगे वितरित करने की योजना है।
हर घर तिरंगा अभियान में प्रदेश की जनता भी सहयोग करने को लेकर उत्सुक है। कई लोगों ने अभी से सोशल मीडिया पर तिरंगे की तस्वीरें लगाना शुरू कर दिया है। सरकार का अभियान सफल हो, इसके लिए कई महकमे दिन रात काम कर रहे है। अब तिरंगे के कपड़े को लेकर कोई सवाल न रहे, इसके लिए अधिकारियों ने तुरंत हरकत में आते हुए नए निर्देश जारी किए है।