मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज अतंरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा-2024 के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए देवी-देवताओं के नजराने में पांच प्रतिशत, बजंतरियों के मानदेय और दूरी भत्ते में 20-20 प्रतिशत बढ़ोतरी करने की घोषणा की। उन्होंने कुल्लू जिला के पिरडी में ब्यास नदी के लेफ्ट और राइट बैंक को जोड़ने के लिए लगभग 26 करोड़ रुपये की लागत से पुल के निर्माण की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि भूभू-जोत टनल का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समक्ष उठाया गया है और राज्य सरकार इस टनल के निर्माण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने मनाली के हरिपुर में मनाए जाने वाले दशहरा उत्सव के लिए सरकार की ओर से मिलने वाली धनराशि को बढ़ाकर तीन लाख रुपये करने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू में 100 बिस्तर क्षमता वाले मातृ एवं शिशु अस्पताल को राज्य सरकार सुदृढ़ करेगी ताकि जिला के लोगों को यहां बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने यहां पर विशेषज्ञ डॉक्टरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ को नियुक्त करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू के सभी आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पतलीकूहल में अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार पर्याप्त डॉक्टरों और नर्सों की नियुक्ति की जाएगी। कुल्लू जिला अस्पताल में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य तकनीक का इस्तेमाल सुनिश्चित किया जाएगा और राज्य सरकार इसके लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र का बंटाधार किया। कुल्लू जिला में सिर्फ भवन बनाकर छोड़ दिए गए और न ही यहां डॉक्टर और न ही नर्सों व अन्य स्टाफ की नियुक्ति की गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में आधारभूत ढांचा सुदृढ़ कर रही है।
मुख्यमंत्री ने आपदा राहत कार्यों के लिए लोक निर्माण मंडल कुल्लू को आठ करोड़ रुपये और मनाली मंडल को पांच करोड़ रुपये प्रदान करने की घोषणा की।
कुल्लूवी बोली में संबोधन शुरू करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘विदा दशमी री तूसा सभी बै बधाई।’’ उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवी-देवताओं की भूमि है और वह गत वर्ष भी यहां आना चाहते थे लेकिन स्वास्थ्य कारणों से नहीं आ सके।
उन्होंने कहा कि अब इस उत्सव का वास्तव में अंतरराष्ट्रीय स्तरीय आयोजन हो रहा है और हर वर्ष इसे और ज्यादा बेेहतर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का व्यवस्था परिवर्तन का नारा कुल्लू दशहरा में भी दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष आई आपदा के दौरान कुल्लू जिला में सबसे ज्यादा तबाही हुई लेकिन वह खुद और मंत्रिमंडल के सभी सहयोगी दिन-रात यहां लोगों को राहत पहुंचाने के धरातल पर डटे रहे। उन्होंने कहा कि कुल्लू के लोगों ने जगह-जगह लंगर लगाए और देश-विदेश के लोग कुल्लू के लोगों के सेवा भाव को कभी नहीं भूला पाएंगे।
उन्होंने कहा कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी ने चंद्रताल में फंसे 300 से ज्यादा पर्यटकों को अपनी जान जोखिम में डालकर सुरक्षित घर पहुंचाया। वह जेसीबी में बैठकर गए और सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित वापस लाए।
श्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था को लेकर भाजपा दुष्प्रचार कर रही है। जबकि राज्य सरकार प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि आबकारी नीति में बदलाव कर सरकार ने एक वर्ष में पिछली सरकार के चार वर्षों के बराबर राजस्व अर्जित किया है।
त्योहरों के दृष्टिगत राज्य सरकार सभी कर्मचारियों और पेंशनरों को 28 अक्तूबर को ही वेतन और पेंशन देने जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रयास कर रही है और बहुत जल्द इसके लिए कई योजनाएं धरातल पर उतारी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सभी वर्गों के सहयोग की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने अंतराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा-2024 में देवी-देवताओं को देवताओं की पुरानी वेशभूषा, वाद्ययंत्रों की ध्ुानों, रथों की सजावट व शिविरों की सुंदरता व सफाई रखने के लिए देवी-देवताओं के कारदारों को पुरस्कृत किया। देवता श्री बिजली महादेव के कारदार अमर नाथ को प्रथम पुरस्कार, देवी श्री माता ज्वालामुखी फोजल के कारदार अमर चंद को द्वितीय पुरस्कार और देवी श्री माता पंचालिका राजेश्वरी के कारदार धनी राम को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
इसके अतिरिक्त जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, कुल्लू की झांकी को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सूत्रधार कला संगम को प्रथम, सूर्य सांस्कृतिक दल को द्वितीय और भुट्ठी विवरज सांस्कृतिक दल को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री ने भगवान रघुनाथ के शिविर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश में सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने कुल्लू कार्निवाल को हरी झंडी दिखाई। इस कार्निवाल में 600 से ज्यादा महिलाओं और कलाकारों ने भाग लिया जिसमें छह अंतरराष्ट्रीय दल, विभिन्न स्कूल, विभागों की झांकियां और 30 से अधिक स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं शामिल र्हुईं।
मुख्यमंत्री ने जिला कुल्लू के पिरडी में 273 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बिजली महादेव रोपवे के बेस स्टेशन की साइट का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि रोपवे के निर्माण के लिए राज्य सरकार को एफसीए क्लीयरेंस मिल चुकी है। इसके साथ ही उन्होंने पिरडी में प्रस्तावित राजीव गांधी-डे बोर्डिंग स्कूल और ज्यूूडिशियल कॉम्प्लेक्स स्थल का निरीक्षण भी किया।
उन्होंने हाथीथान में पर्यटन विभाग के माध्यम से तैयार किए जा रहे वे-साइड एमिनिटिज का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने कुल्लू दशहरा के आयोजन के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों, जन प्रतिनिधियों और सभी वर्गों का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयासों से यह आयोजन सफल हो पाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुल्लू दशहरा के आयोजन में किसी भी प्रकार की कमी न रखने के आदेश दिए और सभी ने इसमें पूर्ण सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि उत्सव में अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक दलों ने भाग लेकर इसे देश-विदेश में ख्याति दिलाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विदेशों में राज्य के सांस्कृतिक दलों को भेजने के प्रयास कर रही है, ताकि विदेश के लोग भी हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति को जान सकें।
हिमाचल प्रदेश में देव परंपराओं को सर्वाेच्च स्थान दिया गया है और देवी-देवताओं के आशीर्वाद से ही कुल्लू दशहरा उत्सव संपन्न होता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष रिकॉर्ड देवी-देवताओं और लोगों ने दशहरा उत्सव में भाग लिया।
विधायक भुवनेश्वर गौड़ ने मुख्यमंत्री का कुल्लू जिला में पधारने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नई सोच के साथ कार्य कर रहे हैं और सभी वर्गोें को साथ लेकर चल रहे हैं। बीते 20 महीने में राज्य सरकार ने सभी वर्गों के कल्याण के लिए काम किया है, विशेष रूप में महिलाओं और अनाथ बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
जिला कुल्लू देवी-देवता कारदार संघ ने ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच लाख रुपये का चेक भेंट किया। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर, विधायक भुवनेश्वर गौड़, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सेस राम आजाद, कांग्रेस नेता बुद्धि सिंह ठाकुर, खिमी राम, विजय पाल सिंह, एचपीएसआईडीसी के उपाध्यक्ष विशाल चंबियाल, एपीएमसी मंडी के अध्यक्ष संजीव गुलेरिया, हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के समन्वयक अतुल कड़ोहता, उपायुक्त तोरुल एस.रवीश सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थेे।