हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। हिमाचल के मनाली लेह मार्ग पर स्थित गाटा लूप मार्ग। यह रास्ता न सिर्फ दुनिया के सबसे खतरनाक रास्तों में से एक हैं बल्कि अपनी रहस्यमयी कहानियों के लिए भी जाना जाता है।
रास्ते में एक ऐसा मंदिर आता है जहां लोग भोग प्रसाद या पैसा नहीं बल्कि सिगरेट और शराब चढ़ाते हैं। यहां मिनरल वाटर भी चढ़ाई जाती है। इसकी कहानी बड़ी डरावनी है। कहा जाता है कि यहां एक युवक की आत्मा लोगों से खाना मांगती रहती थी।
ऐसा माना जाता है कि एक लड़के की आत्मा इस रास्ते पर रहती है। यह आते जाते लोगों को परेशान करती। कई लोग तो यहां से डर के मारे आगे भी नहीं जा पाते थे।
बाद में लोगों ने इस डर से बचने के लिए यहां एक मंदिर बना दिया। इसी मंदिर में भूत का मंदिर कहा जाता है। यहां चढ़ावे के रूप में मिनरल वाटर और सिगरेट और शराब भेंट की जाती है।
स्थानीय लोग कहते हैं कि 90 के दशक में यहां से गुजर रहा एक ट्रक खराब हो गया था। बर्फबारी के बीच ट्रक में सवार दो लोग मदद भी नहीं ले पा रहे थे। इस ट्रक का ड्राइवर, कंडक्टर को ट्रक में ही छोड़ मदद के लिए गांव पैदल चला गया। इसने कहा कि वह जल्द ही मदद लेकर वापस आएगा।
मगर यहां से गांव करीब 40 किलोमीटर दूर था और ड्राइवर को वहां पहुंचने में घंटों लग गए। बर्फबारी के कारण रास्ता भी खराब हो गया था। चालक ने वापस आने की कोशिश की लेकिन बर्फीले तूफान ने रास्ता रोक लिया।
करीब एक हफ्ते तक ये सिलसिला चलता रहा। बाद में जब ड्राइवर मदद लेकर लौटा, तब तक कंडक्टर की भूख प्यास और मौसम की वजह से मौत हो गई थी। उसकी लाश ट्रक के अंदर पड़ी थी। उसी के बाद से यहां डरावनी घटनाएं शुरू हो गई।
बताया जाता है कि चालक ने कंडक्टर की लाश को यहीं पर दफना दिया था। बाद में चालक यहां से चला गया। बाद में अचानक यहां रात को डरावनी घटनाएं घटने लगी।
आते जाते चालकों को एक लड़के की आत्मा डराने लगी। यह लड़का भी लोगों को दिखने लगा था। मगर किसी को पता नहीं था कि आखिर यह कौन है। यह लड़ता आते जाते चालकों से खाने के लिए सामान मांगता था।
जो लोग उसे यह नहीं देते थे वह किसी न किसी हादसे का शिकार होने लगे। बाद में जब ज्यादातर लोगों को इस आत्मा का पता चला तो यहां पर मंदिर बनाने का फैसला लिया गया। आत्मा को शांत करने के लिए पंडित बुलाए गए जिन्होंने कर्मकाण्ड के बाद यहां उसका एक मंदिर बनवा दिया।
बाद में यहां से गुजरने वाले ड्राइवर इस मंदिर पर मिनरल वाटर और कोल्ड ड्रिंक की भरी बोतलें चढ़ाने लगे। कई लोग शराब और सिगरेट भी इस मंदिर में चढ़ावे के तौर पर भेंट देने लगे। गांव के लोगों का कहना है कि मंदिर बनने के बाद लोगों को उस युवक का भूत दिखना बंद हो गया है।