हिमाचल रेडर टीम, शिमला।
हिमाचल के जिला सिरमौर में कामचलाऊ टारिंग की आखिरकार पोल खुलने लगी है। काम का जायजा लेने पहुंचे विधायक के सामने कुछ महिलाओं ने तीन दिन पुरानी टारिंग हाथों से उखाड़ दी।
ये देख अफसर मुहं छिपाने लगे तो नेताजी भी हैरान थे। यहां रेणुका-बिरला वाया तिरमली सड़क पर हो रही टारिंग की घटिया गुणवत्ता को लेकर दूसरे दिन भी ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों का घेराव करने के साथ विधायक के सामने ही उन्हें खरी-खोटी सुनाई। दरअसल शुक्रवार सुबह विधायक विनय कुमार भी मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान लोग भी उनके दौरे में शामिल हो गए। विधायक ने अधिकारियों से जवाब तलब किया।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सड़क पर टारिंग का कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ किया जाए। वरना ग्रामीणों के साथ उन्हें भी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा।
इस दौरान कुछ महिलाओं ने विधायक के समक्ष ही सड़क की तीन दिन पुरानी टारिंग को अपने हाथों से उखाड़ कर दिखाया। यह देख विभागीय अधिकारियों के पसीने छूट गए।
विधायक ने कहा कि 3.50 करोड़ की लागत से आठ किलोमीटर लंबी इस सड़क को पक्का करने का कार्य बमुश्किल हो रहा है। इस कार्य में लापरवाही बरतने के साथ नियमों के विरुद्ध कार्य किया जा रहा है।
मिट्टी पर ही तारकोल बिछाया जा रहा है। संबंधित ठेकेदार इस कार्य को आगे सबलेट कर जमकर अनियमिताएं बरत रहा है।
सिरमौर जिले की ददाहू-बिरला वाया तिरमली सड़क पर की गई टारिंग की जांच होगी। लोक निर्माण मुख्यालय ने इसके लिए जांच टीम गठित की है। विभाग के इंजीनियर इन चीफ अजय गुप्ता ने पांच दिन के भीतर इसकी रिपोर्ट मांगी है।