
हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। शिमला में शारीरिक शिक्षक का फर्जी प्रमाणपत्र तैयार कर एक व्यक्ति एक निजी स्कूल में शिक्षक बन गया।
फर्जी डिग्री के जरिये यह काफी समय से नौकरी कर रहा था। एक व्यक्ति की शिकायत पर जब स्कूल प्रबंधन ने मामले की जांच की तो मामले का खुलासा हो गया। पता चला कि आरोपी की शारीरिक शिक्षक की डिग्री फर्जी है।
स्कूल प्रबंधन ने फर्जी शिक्षक को नौकरी से निकाल कर उसके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामला ढली क्षेत्र में एक निजी स्कूल का है।
यह आरोपी पिछले तीन सालों से शारीरिक शिक्षक के तौर पर काम कर रहा था। वह चौपाल का मूल निवासी है। शिकायत पर स्कूल प्रबंधन ने शिक्षक के प्रमाणपत्र की वेरिफिकेशन की तो उसकी कॉलेज की डिग्री फर्जी पाई गई।
आरोपी ने डिग्री में जिस कॉलेज का जिक्र किया था उस कॉलेज में वह पढ़ा ही नहीं था। प्रधानाचार्य का आरोप है कि आरोपी ने जाली प्रमाण पत्र देकर शारीरिक शिक्षक की नौकरी हासिल कर आर्थिक लाभ लेकर स्कूल प्रबंधन के साथ धोखाधड़ी की। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।