हिमाचल रेडर न्यूज नेटवर्क। हिमाचल के डॉ यशवंत सिंह परमार उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में बागवानों के लिए फलदार पौधों की बिक्री चार जनवरी से शुरू होने जा रही है।
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लोगों को यह पौधे दिए जाएंगे। इस साल विवि ने विभिन्न किस्मों के 2 लाख से ज्यादा पौधे तैयार किए हैं।
सेब, कीवी, पलम, खुरमानी, आड़ू, अखरोट, चेरी, अनार, नेक्टरिन, परसिमन, पेकननट, अंगूर व नाशपाती आदि की बिक्री की जा रही है।
इसके अलावा हिमाचल के विभिन्न हिस्सों में स्थित विश्वविद्यालय के कृषि विकास केंद्रों और क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्रों में भी करीब 92000 पौधे बागवानों के लिए तैयार किए हैं।
नौणी विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सोलन के कृषि विकास केंद्र कंडाघाट, किन्नौर के केवीके शारबो, लाहौल.स्पीति के केवीके ताबो, उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय नेरी हमीरपुर, शिमला के केवीके रोहड़ू, केवीके चम्बा और क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र बजौरा और मशोबरा में भी उपलब्ध पौधों की बिक्री की जाएगी।
एक व्यक्ति को मिलेंगे 200 पौधे
हर व्यक्ति 200 पौधों की अधिकतम सीमा के साथ प्रति सेब किस्म के 50 पौधे और कीवी के 10 पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि सभी किसानों को पौधे उपलब्ध करवाए जा सकें। अन्य फलदार पौधों की उपलब्धता के अनुसार बिक्री होगी।